pexels car Photograph: (pexels car)
डायरेक्ट प्लान का मतलब ज्यादा रिटर्न
नीचे हमने लार्ज एंड मिड कैप फंड कैटेगरी की टॉप 5 स्कीम्स के पिछले 5 साल के औसत सालाना रिटर्न के आंकड़े दिए हैं, जिन्हें देखकर आप समझ जाएंगे कि एक ही म्यूचुअल फंड स्कीम के डायरेक्ट प्लान ने उसी स्कीम के रेगुलर प्लान के मुकाबले कितना अधिक रिटर्न दिया है:
फंड का नाम |
5 साल का रिटर्न (Regular) |
5 साल का रिटर्न (Direct) |
रेगुलर और डायरेक्ट प्लान के रिटर्न में अंतर |
ICICI Prudential Large & Mid Cap Fund |
30.59% |
31.68% |
1.09% |
Bandhan Core Equity Fund |
29.13% |
30.67% |
1.54% |
Motilal Oswal Large & Mid Cap Fund |
28.70% |
30.65% |
1.95% |
HDFC Large & Mid Cap Fund |
29.33% |
30.26% |
0.93% |
UTI Large & Mid Cap Fund |
29.36% |
30.24% |
0.88% |
(Data Source : AMFI, Updated Till 28 April, 2025)
डायरेक्ट vs रेगुलर प्लान : क्या है बुनियादी अंतर
म्यूचुअल फंड स्कीम्स का रेगुलर प्लान, किसी एजेंट या डिस्ट्रीब्यूटर के जरिये खरीदा जाता है, जबकि डायरेक्ट प्लान में निवेशक सीधे उस एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) के पास जाकर निवेश करता है, जो उस स्कीम को चला रही होती है. यानी रेगुलर प्लान में निवेशक और AMC के बीच में एजेंट या डिस्ट्रीब्यूटर आ जाते हैं, जिन्हें कमीशन दिया जाता है और यह खर्च स्कीम के बढ़े हुए एक्सपेंस रेशियो के तौर पर निवेशक की जेब से निकलता है. इसी वजह से रेगुलर प्लान का एक्सपेंस रेशियो हमेशा ज्यादा होता है. वहीं, डायरेक्ट प्लान में कोई बिचौलिया नहीं होता, इसलिए वहां कमीशन नहीं कटता और खर्च भी कम होता है. यही खर्च का अंतर लंबे समय में बेहतर रिटर्न में बदल जाता है.
An unusual early heatwave has hit northern France, with Paris recording temperatures as high as 25°C — well above seasonal norms. As Parisians bask in the unexpected sunshine, concerns rise over climate patterns and sudden temperature
/test-hindi/media/media_files/2024/11/20/eY6pMqYgJSnBGJih6zvK.png)